Vi bøger
Levering: 1 - 2 hverdage

राजपूताना के सक्षम राज्य - Mohanlal Gupta - Bog

Bag om राजपूताना के सक्षम राज्य

इस पुस्तक में ब्रिटिश कालीन राजपूताना जिसे अब राजस्थान कहा जाता है, में स्थित चार सक्षम राज्यों जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और उदयपुर की बीसवीं सदी में स्थिति, ई.1930 में प्रस्तावित अखिल भारतीय संघ के प्रति उनकी प्रतिक्रिया, क्रिप्स मिशन एवं केबीनेट मिशन में देशी राजाओं की भूमिका, द्वितीय विश्वयुद्ध एवं उसके पश्चात् देशी राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, देशी राज्यों का संविधान सभा में प्रवेश एवं परमोच्चता का विलोपन, देशी रियासतों का भारतीय संघ में विलय, स्वाधीनता के पश्चात् सक्षम राज्यों में उत्तरदायी सरकारों का गठन, सक्षम राज्यों का राजस्थान में विलय तथा एकीकरण के पश्चात की समस्याओं का विश्लेषण किया गया है। इस विषय पर इस पुस्तक से पहले ऐसी कोई पुस्तक नहीं थी।

Vis mere
  • Sprog:
  • Hindi
  • ISBN:
  • 9788193565711
  • Indbinding:
  • Hardback
  • Sideantal:
  • 346
  • Udgivet:
  • 4. maj 2018
  • Størrelse:
  • 152x21x229 mm.
  • Vægt:
  • 630 g.
  • 2-3 uger.
  • 22. januar 2025
På lager

Normalpris

Medlemspris

Prøv i 30 dage for 45 kr.
Herefter fra 79 kr./md. Ingen binding.

Beskrivelse af राजपूताना के सक्षम राज्य

इस पुस्तक में ब्रिटिश कालीन राजपूताना जिसे अब राजस्थान कहा जाता है, में स्थित चार सक्षम राज्यों जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और उदयपुर की बीसवीं सदी में स्थिति, ई.1930 में प्रस्तावित अखिल भारतीय संघ के प्रति उनकी प्रतिक्रिया, क्रिप्स मिशन एवं केबीनेट मिशन में देशी राजाओं की भूमिका, द्वितीय विश्वयुद्ध एवं उसके पश्चात् देशी राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, देशी राज्यों का संविधान सभा में प्रवेश एवं परमोच्चता का विलोपन, देशी रियासतों का भारतीय संघ में विलय, स्वाधीनता के पश्चात् सक्षम राज्यों में उत्तरदायी सरकारों का गठन, सक्षम राज्यों का राजस्थान में विलय तथा एकीकरण के पश्चात की समस्याओं का विश्लेषण किया गया है। इस विषय पर इस पुस्तक से पहले ऐसी कोई पुस्तक नहीं थी।

Brugerbedømmelser af राजपूताना के सक्षम राज्य



Find lignende bøger
Bogen राजपूताना के सक्षम राज्य findes i følgende kategorier:

Gør som tusindvis af andre bogelskere

Tilmeld dig nyhedsbrevet og få gode tilbud og inspiration til din næste læsning.