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दिल्ली सल्तनत की दर्दभरी - Mohanlal Gupta - Bog

Bag om दिल्ली सल्तनत की दर्दभरी

इस पुस्तक में ई.622 में इस्लाम के उदय से लेकर, भारत में तुर्की आक्रमणों की बाढ़, ई.1192 में दिल्ली सल्तनत की स्थापना एवं ई.1526 में दिल्ली सल्तनत के अवसान तक का इतिहास लिखा गया है। भारत में तुर्कों के आगमन एवं तुर्की सल्तनत के इतिहास की वे छोटी-छोटी हजारों बातें जो आधुनिक भारत के कतिपय षड़यंत्रकारी इतिहासकारों द्वारा इतिहास की पुस्तकों का हिस्सा बनने से रोक दी गईं किंतु तत्कालीन दस्तावेजों, पुस्तकों एवं विदेशी यात्रियों के वर्णनों में उपलब्ध हैं, उन्हें भी इस पुस्तक में पर्याप्त स्थान मिला है जिसके कारण यह पुस्तक भारत भर के पाठकों में बेहद लोकपिंय हुई है।

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  • Sprog:
  • Hindi
  • ISBN:
  • 9788195229604
  • Indbinding:
  • Hardback
  • Sideantal:
  • 530
  • Udgivet:
  • 8. maj 2021
  • Størrelse:
  • 152x29x229 mm.
  • Vægt:
  • 871 g.
  • 2-3 uger.
  • 14. december 2024
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Beskrivelse af दिल्ली सल्तनत की दर्दभरी

इस पुस्तक में ई.622 में इस्लाम के उदय से लेकर, भारत में तुर्की आक्रमणों की बाढ़, ई.1192 में दिल्ली सल्तनत की स्थापना एवं ई.1526 में दिल्ली सल्तनत के अवसान तक का इतिहास लिखा गया है। भारत में तुर्कों के आगमन एवं तुर्की सल्तनत के इतिहास की वे छोटी-छोटी हजारों बातें जो आधुनिक भारत के कतिपय षड़यंत्रकारी इतिहासकारों द्वारा इतिहास की पुस्तकों का हिस्सा बनने से रोक दी गईं किंतु तत्कालीन दस्तावेजों, पुस्तकों एवं विदेशी यात्रियों के वर्णनों में उपलब्ध हैं, उन्हें भी इस पुस्तक में पर्याप्त स्थान मिला है जिसके कारण यह पुस्तक भारत भर के पाठकों में बेहद लोकपिंय हुई है।

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